प
प्रकाशीय यंत्र ( optical instrument )
सूक्ष्मदर्शी :-
वह प्रकाशिक यंत्र जो सूक्ष्म वस्तुओं का बड़ा व स्पष्ट प्रतिबिंब बनाता है उसे सूक्ष्मदर्शी कहते हैं ।
सूक्ष्म दर्शी के प्रकार -
1- सरल सूक्ष्मदर्शी
2- संयुक्त सूक्ष्मदर्शी
दूरदर्शी:-
वह प्रकाशिक यंत्र जो दूर स्थित वस्तु का स्पष्ट और बड़ा प्रतिबिंब बनाता है उसे दूरदर्शी कहते हैं ।
दूरदर्शी के प्रकार -
1 - खगोलीय दूरदर्शी - आकाशीय वस्तु के लिए।
2 - पार्थिव दूरदर्शी - जमीन पर स्थित वस्तु के लिए
वर्णक्रम और वर्ण विक्षेपण :-
प्रकाश को प्रिज्म से गुजारने पर प्रकाश किरण अपने अवयवी रंगों में विभक्त हो जाती है रंगों के इस समूह को वर्ण क्रम या स्पेक्ट्रम और इस घटना को वर्ण विक्षेपण कहते हैं ।
वर्णक्रम में रंगों का क्रम :- बेजनिहपिनाला (VIBGYOR)
1- बैगनी
2- जामुनी
3- नीला
4- हरा
5- पीला
6- नारंगी
7- लाल
दृश्य प्रकाश में सबसे कम तरंगधैर्य बैंगनी रंग का और सबसे अधिक तरंगदैर्ध्य लाल रंग का होता है ।
प्रकाश के तीन मूल रंग लाल, हरा तथा नीला है।
No comments:
Post a Comment